क्या अपस्मरण (पिछले जीवन को याद करना) संभव है? इसे कैसे करें
“क्या मैंने अपने पिछले जन्म में भी ऐसा ही अनुभव किया होगा?”
ऐसा सवाल कई बार हमारे मन में आता है, खासकर जब हम किसी अजनबी व्यक्ति को पहली बार मिलने पर भी ऐसा महसूस करते हैं कि उसे कहीं न कहीं पहले से जानते हैं। या फिर जब हम किसी नई जगह पर जाते हैं और वहां सब कुछ अचानक से परिचित लगता है। क्या यह पिछले जन्म की यादें हो सकती हैं? क्या अपस्मरण, यानि पिछले जीवन को याद करना, वास्तव में संभव है? और अगर हां, तो इसे कैसे किया जा सकता है?
अपस्मरण क्या है?
अपस्मरण (Past Life Recall) एक ऐसा विचार है जो यह कहता है कि मनुष्य के पास एक आत्मा होती है, जो कई जन्मों के चक्र से गुजरती है। प्रत्येक जीवन के अनुभव, सुख-दुख और कर्म आत्मा के साथ जुड़े रहते हैं। लेकिन, सामान्य तौर पर, हमें अपने पिछले जन्म की यादें नहीं होतीं। अपस्मरण का उद्देश्य इन्हीं भूली-बिसरी यादों को पुनः जागृत करना है।
विज्ञान और अपस्मरण
जहां एक ओर आध्यात्म और धर्म अपस्मरण की अवधारणा को पूरी तरह स्वीकार करते हैं, वहीं विज्ञान इस पर संदेह करता है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, पिछला जीवन और उसकी यादें मस्तिष्क की एक कल्पना या भ्रम भी हो सकती हैं।
डॉ. इयान स्टीवेन्सन जैसे शोधकर्ताओं ने इस विषय पर गहराई से काम किया है। उन्होंने हजारों ऐसे बच्चों के मामलों का अध्ययन किया जो अपने पिछले जन्म की बातें करते थे। इन बच्चों ने ऐसी जानकारियां दीं जो उनके वर्तमान जीवन से जुड़ी नहीं थीं, और कई मामलों में उनकी बातें सत्य साबित हुईं। लेकिन अभी भी इस विषय पर अधिक शोध की आवश्यकता है।
अपस्मरण के प्रकार
- स्वाभाविक अपस्मरण: यह तब होता है जब किसी व्यक्ति को बिना किसी प्रयास के अपने पिछले जीवन की यादें आ जाती हैं। यह आमतौर पर बच्चों में देखा जाता है।
- प्रेरित अपस्मरण (Hypnosis): यह एक प्रक्रिया है जिसमें व्यक्ति को गहरी ध्यान अवस्था में ले जाया जाता है और उससे उसके पिछले जीवन के बारे में सवाल पूछे जाते हैं। इसे Past Life Regression Therapy कहा जाता है।
- सपनों के माध्यम से अपस्मरण: कभी-कभी पिछले जन्म की घटनाएं सपनों के रूप में सामने आती हैं। ऐसे सपने बहुत जीवंत और असामान्य होते हैं।
अपस्मरण कैसे करें?
यदि आप अपने पिछले जीवन को जानने में रुचि रखते हैं, तो निम्नलिखित तरीकों का सहारा ले सकते हैं:
1. ध्यान (Meditation):
ध्यान एक शक्तिशाली माध्यम है जो आत्मा और मन को गहराई से जोड़ता है। जब आप नियमित रूप से ध्यान करते हैं, तो आप अपनी चेतना को उच्च स्तर पर ले जा सकते हैं, जहां पिछले जन्म की यादें उभर सकती हैं।
- एक शांत स्थान पर बैठें।
- अपनी आँखें बंद करें और गहरी सांस लें।
- अपने मन को किसी एक बिंदु पर केंद्रित करें।
- अपने मन में यह प्रश्न पूछें: “मेरा पिछला जीवन कैसा था?”
2. पिछले जीवन की पुनः स्मरण थेरेपी (Past Life Regression Therapy):
यह एक प्रशिक्षित थेरपिस्ट द्वारा की जाने वाली प्रक्रिया है। इसमें व्यक्ति को ट्रांस (Trans) अवस्था में ले जाकर उससे सवाल पूछे जाते हैं। यह प्रक्रिया सुरक्षित मानी जाती है, लेकिन इसे किसी विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में ही किया जाना चाहिए।
3. सपनों का विश्लेषण:
अपने सपनों पर ध्यान दें। एक डायरी में अपने सपनों को लिखें। अगर कोई सपना बार-बार आता है या असामान्य लगता है, तो यह पिछले जन्म की याद हो सकती है।
4. आध्यात्मिक साधना:
पिछले जीवन की यादें जानने के लिए आध्यात्मिक साधना भी सहायक हो सकती है। आप मंत्र जाप, योग, या प्राचीन ग्रंथों का अध्ययन कर सकते हैं।
5. विशेष तकनीकों का अभ्यास:
कुछ खास तकनीकें, जैसे प्राणायाम और ट्रांसडेंटल मेडिटेशन, अपस्मरण में सहायक हो सकती हैं।
अपस्मरण के लाभ
पिछले जीवन की यादें जागृत करने के कुछ संभावित लाभ हैं:
- भय और फोबिया का समाधान: अगर किसी व्यक्ति को किसी खास चीज का अज्ञात भय है, तो यह पिछले जीवन की घटना से जुड़ा हो सकता है। इसे समझने से भय दूर हो सकता है।
- जीवन का उद्देश्य समझना: अपस्मरण से व्यक्ति अपने कर्मों और जीवन के उद्देश्य को बेहतर तरीके से समझ सकता है।
- रिश्तों की गहराई: यह समझने में मदद मिलती है कि हमारे वर्तमान जीवन के रिश्ते पिछले जन्मों से कैसे जुड़े हैं।
अपस्मरण के जोखिम
हालांकि अपस्मरण एक आकर्षक अवधारणा है, इसके साथ कुछ जोखिम भी हैं:
- गलत यादें: कभी-कभी मस्तिष्क काल्पनिक कहानियां गढ़ लेता है, जिससे भ्रम पैदा हो सकता है।
- मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव: पिछले जीवन की यादें, खासकर दर्दनाक अनुभव, मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं।
- अत्यधिक निर्भरता: कुछ लोग अपस्मरण पर इतना निर्भर हो जाते हैं कि वे वर्तमान जीवन की वास्तविकता को नजरअंदाज कर देते हैं।
निष्कर्ष
अपस्मरण एक रहस्यमयी और रोचक विषय है, लेकिन इसे समझने के लिए न केवल आध्यात्मिक दृष्टिकोण बल्कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण भी आवश्यक है। यह हर व्यक्ति के लिए अलग अनुभव हो सकता है। अगर आप इसे आजमाना चाहते हैं, तो इसे सावधानीपूर्वक और सही मार्गदर्शन के साथ करें। याद रखें, वर्तमान जीवन भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि आपका अतीत।
तो क्या आप अपने पिछले जीवन की यात्रा पर निकलना चाहेंगे?