“लेस प्रॉफेटीज़” (Les Prophéties): नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी की रहस्यमयी किताब
“लेस प्रॉफेटीज़” (Les Prophéties) नास्त्रेदमस (Nostradamus) द्वारा लिखी गई एक रहस्यमयी और विवादास्पद भविष्यवाणी की किताब है, जिसने सदियों से लोगों के दिलों और दिमागों पर गहरा प्रभाव छोड़ा है। नास्त्रेदमस, जिनका असली नाम मिशेल डी नास्त्रेदम (Michel de Nostredame) था, 16वीं शताब्दी के फ्रांस के एक ज्योतिषी, चिकित्सक और भविष्यवक्ता थे। उनकी यह पुस्तक उनकी प्रतिष्ठा का सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ मानी जाती है।
“लेस प्रॉफेटीज़” का परिचय
“लेस प्रॉफेटीज़” पहली बार 1555 में प्रकाशित हुई थी। इस किताब में नास्त्रेदमस ने लगभग 1,000 भविष्यवाणियां (prophecies) की थीं, जो चार पंक्तियों (quatrains) में लिखी गई थीं। इन भविष्यवाणियों को कई लोग इतिहास की कुछ सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं से जोड़ते हैं, जैसे कि फ्रांसीसी क्रांति, हिटलर का उदय, और 9/11 के आतंकी हमले। नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों की भाषा बहुत ही गूढ़ और रहस्यमयी थी, जिससे इन्हें समझना और सही रूप में interpret करना मुश्किल हो जाता है।
किताब में ज्यादातर भविष्यवाणियां अमूर्त भाषा (cryptic language) में लिखी गई हैं। उन्होंने अपनी भविष्यवाणियों को धुंधला और जटिल बनाया ताकि वे धार्मिक और राजनीतिक आलोचनाओं से बच सकें। साथ ही, नास्त्रेदमस ने अलग-अलग भाषाओं (लैटिन, ग्रीक, और पुराने फ्रेंच) का इस्तेमाल किया, जिससे उनकी भविष्यवाणियों का सीधा अर्थ निकालना और भी कठिन हो गया।
किताब की संरचना (Structure of the Book)
“लेस प्रॉफेटीज़” में कुल 942 भविष्यवाणियां हैं, जो quatrains के रूप में लिखी गई हैं। प्रत्येक quatrain चार पंक्तियों से बना होता है, और इनमें कुछ भी सीधा-सपाट नहीं है। यह किताब सेंचुरीज (Centuries) नामक अध्यायों में बंटी हुई है, जिसमें प्रत्येक अध्याय में 100 क्वात्रेन शामिल हैं। हालांकि, पुस्तक में सेंचुरी VII में केवल 42 क्वात्रेन ही हैं। यह रहस्य अभी भी अनसुलझा है कि यह सेंचुरी अधूरी क्यों है।
प्रत्येक क्वात्रेन कुछ बड़े वैश्विक या राजनीतिक घटना की ओर इशारा करता है। लेकिन इन भविष्यवाणियों की गूढ़ और सांकेतिक भाषा के कारण यह साफ नहीं है कि वे वास्तव में किस घटना की भविष्यवाणी कर रही हैं। यही कारण है कि लोगों ने अलग-अलग युगों में इन्हें अपनी परिस्थितियों के अनुसार interpret किया है।
“लेस प्रॉफेटीज़” की कुछ प्रसिद्ध भविष्यवाणियां
नास्त्रेदमस की कई भविष्यवाणियों को प्रमुख ऐतिहासिक घटनाओं से जोड़ा गया है। हालांकि इनमें से कुछ का संबंध वास्तविकता से है या नहीं, यह बहस का विषय है, लेकिन उनकी कुछ भविष्यवाणियों ने काफी लोकप्रियता हासिल की है।
1. फ्रांसीसी क्रांति (French Revolution)
नास्त्रेदमस का एक प्रसिद्ध क्वात्रेन कुछ इस प्रकार है:
“From the enslaved people, songs, chants, and demands,
While princes and lords are held captive in prisons;
These will in the future by headless idiots
Be received as divine prayers.”
इस क्वात्रेन को 1789 में हुई फ्रांसीसी क्रांति से जोड़ा जाता है। इसमें उस समय का जिक्र माना जाता है जब लोग राजशाही के खिलाफ उठ खड़े हुए थे और उन्होंने कई राजाओं और रानियों को बंदी बना लिया था। क्रांति के दौरान, गिलोटिन (guillotine) का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर किया गया था, जो “headless idiots” शब्द से जोड़ा जाता है।
2. नेपोलियन और हिटलर का उदय
एक और चर्चित क्वात्रेन में नास्त्रेदमस ने लिखा:
“An Emperor will be born near Italy,
Who will cost the Empire a high price.
They will say from distant people,
Who will pass the sea and come to the Italian shores.”
इस भविष्यवाणी को नेपोलियन बोनापार्ट के उदय से जोड़ा जाता है, जो Corsica में जन्मे थे, जो इटली के करीब है, और बाद में उन्होंने फ्रांस की सत्ता संभाली। इसी तरह, नास्त्रेदमस के एक अन्य क्वात्रेन में “Hister” नामक शब्द का जिक्र है, जिसे कुछ लोगों ने हिटलर के रूप में interpret किया है। हालांकि, “Hister” असल में डैन्यूब नदी का पुराना नाम था, फिर भी इसे हिटलर से जोड़ने वाली व्याख्याओं ने इसे एक विवादित भविष्यवाणी बना दिया।
3. 9/11 आतंकी हमला
“लेस प्रॉफेटीज़” का एक और क्वात्रेन है:
“In the year of the new century and nine months,
From the sky will come a great King of Terror.
The sky will burn at forty-five degrees.
Fire approaches the great new city.”
इस भविष्यवाणी को बहुत से लोग 11 सितंबर, 2001 के आतंकवादी हमले से जोड़ते हैं, जब वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला हुआ था। “great new city” को न्यूयॉर्क से और “sky will burn” को विमान हमलों से जोड़ा जाता है। हालांकि, आलोचकों का मानना है कि यह व्याख्या बहुत सामान्य है और यह भविष्यवाणी किसी भी अन्य घटना पर लागू हो सकती थी।
रहस्यमयी भाषा और प्रतीकात्मकता (Symbolism and Language)
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों की भाषा रहस्यमयी थी। उन्होंने अपनी कविताओं में पुराने फ्रेंच, ग्रीक और लैटिन शब्दों का मिश्रण किया, जिससे उनकी व्याख्या करना बेहद कठिन हो गया। उनके काम को समझने के लिए कई बार scholars ने इन्हें सैकड़ों वर्षों तक अध्ययन किया है।
उनकी कविताओं में अक्सर प्रतीकात्मकता (symbolism) का गहरा प्रयोग किया गया है। उन्होंने सांकेतिक रूप से ऐसे शब्दों और घटनाओं का जिक्र किया, जिनकी व्याख्या बहुत से लोग अपने हिसाब से करते रहे हैं। उनके quatrains इतने गूढ़ होते हैं कि वे किसी भी घटना पर लागू हो सकते हैं, और इसी कारण लोग उन्हें अपनी परिस्थितियों के अनुसार interpret करते हैं।
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों पर आलोचनाएं
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों की सदियों से प्रशंसा के साथ-साथ आलोचना भी हुई है। कई आलोचकों का मानना है कि उनकी भविष्यवाणियां बहुत अस्पष्ट (vague) हैं, और इन्हें अलग-अलग तरीकों से interpret किया जा सकता है।
1. भविष्यवाणियों की अस्पष्टता (Vagueness of Prophecies)
नास्त्रेदमस ने जानबूझकर अपनी भविष्यवाणियों को अस्पष्ट रखा ताकि उन्हें किसी भी घटना से जोड़ा जा सके। उनके quatrains में स्थान, समय, या नामों का स्पष्ट जिक्र नहीं होता, जिससे यह तय करना मुश्किल हो जाता है कि वह किस घटना की ओर इशारा कर रहे हैं।
2. Retrofitting
यह एक और आलोचना है जो नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों से जुड़ी है। कई लोग कहते हैं कि उनकी भविष्यवाणियों को ऐतिहासिक घटनाओं से जोड़ने के प्रयास अक्सर घटना के बाद किए जाते हैं, जिसे “retrofitting” कहा जाता है। यानी जब कोई घटना घटित होती है, तब लोग नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों को उसमें फिट करने की कोशिश करते हैं।
नास्त्रेदमस की विरासत और “लेस प्रॉफेटीज़” का प्रभाव
“लेस प्रॉफेटीज़” ने नास्त्रेदमस को अमर बना दिया। उनकी भविष्यवाणियां, चाहे सही साबित हुई हों या नहीं, लेकिन उन्होंने पूरे विश्व में जिज्ञासा और चर्चा को जन्म दिया। यह किताब रहस्यवाद (mysticism), ज्योतिष (astrology), और इतिहास के मिश्रण का एक अनूठा उदाहरण है, जो आज भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों का प्रभाव:
- पॉप कल्चर: नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियां समय-समय पर फिल्मों, किताबों, और टीवी शोज़ में भी दिखाई गई हैं। उनकी भविष्यवाणियों पर आधारित कई documentaries और फिक्शनल वर्क्स बने हैं।
- अध्ययन का विषय: आज भी नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों को समझने और उनकी व्याख्या करने के लिए विद्वान और शोधकर्ता काम करते हैं। उनके quatrains का अनुवाद और विश्लेषण कई भाषाओं में हुआ सिर्फ रहस्यवाद या ज्योतिष तक ही सीमित नहीं है। उनके quatrains ने मानव सभ्यता के विभिन्न पहलुओं पर भी प्रभाव डाला है। जहां एक ओर उनके प्रशंसक उन्हें एक महान भविष्यवक्ता मानते हैं, वहीं दूसरी ओर आलोचक उनकी भविष्यवाणियों को संयोग और मनोवैज्ञानिक प्रभावों का परिणाम मानते हैं।
- आध्यात्मिक और धार्मिक समुदायों पर प्रभाव: नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों ने कुछ धार्मिक और आध्यात्मिक समुदायों को भी प्रभावित किया है। कई धार्मिक और रहस्यमय संप्रदाय उनकी भविष्यवाणियों को आध्यात्मिक या दैवीय प्रेरणा मानते हैं। उनकी भविष्यवाणियों ने विशेष रूप से उन समयों में महत्व पाया जब लोग किसी आसन्न आपदा या विनाश की आशंका रखते थे। कुछ लोगों का मानना है कि उनकी भविष्यवाणियां दुनिया के अंत (apocalypse) की ओर इशारा करती हैं, जो एक बड़ा धार्मिक और सांस्कृतिक मुद्दा है।
- आधुनिक समय में भविष्यवाणियों की प्रासंगिकता: नास्त्रेदमस के कई समर्थकों का दावा है कि उनकी भविष्यवाणियां आज भी प्रासंगिक हैं। 2020 में कोरोना महामारी (COVID-19) के दौरान भी कई लोग उनके quatrains की तरफ लौटे और उन्हें इस आपदा से जोड़ने लगे। हालांकि, ये व्याख्याएं विवादास्पद रही हैं, लेकिन यह दर्शाता है कि किस तरह हर कठिन समय में नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियां चर्चा का विषय बन जाती हैं।
- सामाजिक मीडिया और इंटरनेट पर प्रभाव: आधुनिक युग में, जहां इंटरनेट और सोशल मीडिया ने सूचनाओं के आदान-प्रदान को तेज कर दिया है, नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों का प्रसार भी तेजी से हुआ है। कई वेबसाइट्स और यूट्यूब चैनल उनकी भविष्यवाणियों को लेकर content बनाते हैं। यहां तक कि कुछ फेक न्यूज़ और conspiracy theories भी उनकी भविष्यवाणियों से प्रेरित होकर फैलती हैं।
“लेस प्रॉफेटीज़” की लोकप्रियता का रहस्य
“लेस प्रॉफेटीज़” की लोकप्रियता का सबसे बड़ा कारण इसकी अस्पष्टता और रहस्यपूर्ण भाषा है। जब कोई भविष्यवाणी स्पष्ट नहीं होती, तो लोगों के पास उसे interpret करने की स्वतंत्रता होती है। हर व्यक्ति अपनी परिस्थितियों के आधार पर उन भविष्यवाणियों को समझता है, और यही इसकी खूबी है। कई बार ऐसी घटनाएं होती हैं, जिन्हें देखकर लोग नास्त्रेदमस की किताब में उसकी छवि देखने लगते हैं।
भविष्यवाणियों की गूढ़ता (Ambiguity) ने इसे समय के साथ और अधिक प्रासंगिक बना दिया है। नास्त्रेदमस के अनुयायियों का मानना है कि जितनी अधिक अनिश्चितता और उथल-पुथल दुनिया में बढ़ती है, उतनी ही उनकी भविष्यवाणियां सत्य प्रतीत होती हैं।
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों की आलोचना
हालांकि, नास्त्रेदमस और “लेस प्रॉफेटीज़” की लोकप्रियता हमेशा से सर्वसम्मत नहीं रही। कई आलोचकों ने उनकी भविष्यवाणियों की व्याख्या और प्रासंगिकता पर सवाल उठाए हैं।
1. विज्ञान और तर्क का दृष्टिकोण
विज्ञान के दृष्टिकोण से, भविष्यवाणी की सटीकता पर विश्वास करना कठिन है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों को एक मनोवैज्ञानिक और सांस्कृतिक प्रभाव के रूप में देखा जाता है, न कि किसी वास्तविक भविष्यवाणी के रूप में। इस दृष्टिकोण के अनुसार, उनकी भविष्यवाणियों को एक ऐसे ढंग से लिखा गया है, जिसे लोग किसी भी समय और घटना से जोड़ सकते हैं। इसे बर्नम प्रभाव (Barnum Effect) कहा जाता है, जिसमें लोग vague और आम बातों को अपनी व्यक्तिगत स्थिति पर लागू कर लेते हैं।
2. भविष्यवाणियों की पुनर्व्याख्या (Retrofitting)
एक अन्य महत्वपूर्ण आलोचना यह है कि नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों को अक्सर पुनर्व्याख्या (retrofitting) के साथ जोड़कर देखा जाता है। जब कोई बड़ी घटना घटती है, तो लोग उसके बाद नास्त्रेदमस के quatrains को उस घटना से जोड़ने की कोशिश करते हैं। इसके उदाहरण के तौर पर हिटलर, फ्रांसीसी क्रांति, और 9/11 के हमले दिए जा सकते हैं। आलोचकों का तर्क है कि नास्त्रेदमस की कविताएं किसी भी घटना पर लागू की जा सकती हैं, अगर उन्हें उस घटना के बाद पढ़ा जाए।
3. अनुवाद और संदर्भ का अभाव
“लेस प्रॉफेटीज़” को समझने के लिए सही अनुवाद और संदर्भ भी जरूरी हैं, और यह बहुत कठिन काम है। नास्त्रेदमस ने पुरानी फ्रेंच भाषा, लैटिन, ग्रीक, और सांकेतिक शब्दों का प्रयोग किया था, जिनका सही-सही अर्थ निकालना हमेशा आसान नहीं रहा। इसके कारण कई बार उनकी भविष्यवाणियों के गलत अनुवाद और व्याख्याएं सामने आई हैं, जिससे भ्रम की स्थिति पैदा होती है।
नास्त्रेदमस और आधुनिक समय
आज, नास्त्रेदमस को एक विवादास्पद किंतु प्रभावशाली व्यक्ति के रूप में देखा जाता है। चाहे आप उनकी भविष्यवाणियों पर विश्वास करें या नहीं, यह मानना पड़ेगा कि उन्होंने अपने समय से लेकर आज तक लोगों पर गहरा प्रभाव डाला है। उनकी किताब “लेस प्रॉफेटीज़” एक ऐसा ऐतिहासिक दस्तावेज है, जिसने रहस्यवाद, ज्योतिष, और भविष्यवाणी के क्षेत्र में अपनी अमिट छाप छोड़ी है।
आधुनिक समाज में उनकी प्रासंगिकता इस बात का संकेत है कि मनुष्य हमेशा अपने भविष्य को जानने की उत्सुकता रखता है, चाहे वह ज्योतिष के माध्यम से हो या फिर वैज्ञानिक शोध के जरिए। और इस यात्रा में नास्त्रेदमस जैसे लोग हमेशा एक प्रेरणा बने रहेंगे।
निष्कर्ष
“लेस प्रॉफेटीज़” सिर्फ एक भविष्यवाणी की किताब नहीं है, यह एक रहस्य से भरी हुई कविता का संग्रह है, जिसने सदियों से मानवता को सोचने पर मजबूर किया है। नास्त्रेदमस ने जो शब्द लिखे थे, वे समय के साथ और अधिक प्रभावशाली होते गए। भले ही उनकी भविष्यवाणियां सही हों या नहीं, उनकी किताब एक गूढ़ और जटिल समझ के साथ एक ऐतिहासिक धरोहर बनी रहेगी।
नास्त्रेदमस की यह कृति हमें यह सिखाती है कि मानवता का सबसे बड़ा रहस्य उसका भविष्य है, और इस रहस्य को जानने की कोशिश हमेशा जारी रहेगी।
सार: नास्त्रेदमस और उनकी “लेस प्रॉफेटीज़” सदियों से लोगों के बीच चर्चा का विषय रहे हैं। उनके quatrains का रहस्यमयी और गूढ़ स्वरूप लोगों को हर युग में आकर्षित करता रहा है, और यह उनकी अनिश्चितता और असाधारण भविष्यवाणियों का ही प्रभाव है कि वे अब भी दुनिया भर के लोगों के मन में सवाल और उत्सुकता उत्पन्न करते हैं।
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